अंगूरी
भाभी – सुनिए भरभूति जी, लड्डू के
भैया ने हमरा बैंक
में खाता खुलवा दिया
है।
विभूति
-अच्छा भाभी जी कौन
सी बैंक में ?
अंगूरी
भाभी – “चड्डी फसी” में।
विभूति
बेहोश होते होते बचा,
फिर बोला – भाभी जी… वो
“चड्डी फसी” नहीं, “एच
डि ऍफ़ सी” होता
है।
अंगूरी
भाभी – सही पकडे है।
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