एक इंजीनियर था!
,
,
उसके
घर पर बहुत
मच्छर
हो गये
,
,
तो उनसे परेशान होकर
उसने
मच्छरदानी लगानी शुरू
की
.
.
अब हुआ यूँ कि,
भाई
साहब
की मच्छरदानी में एक छेद
हो गया!
उसमें
से मच्छर अन्दर आते और काटते,
सो तकलीफ
जस की तस रही!
.
.
सिलाई
करना आता नहीं था,
अब करे तो करे
क्या?.
,
,
आखिर
उस इंजीनियर
दिमाग
ने एक उपाय ढूंढ
ही निकाला!
,
,
उसने
उस छेद के सामने
दूसरी तरफ एक और
छेद
कर दिया और
एक छोटी पाइप लेकर
आर पार कर दिया,
.
.
अब मच्छर एक छेद में
से
जाते
दूसरे में से बाहर
निकल जाते ..
.
.
.
!! बोलो
इंजिनियर बिरादरी की जय हो
!!.
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